उत्तराखंड

यहाँ इंजीनीयर अपने अधिशासी अभियंता की ट्रांसफर की कर रहे मांग,धरना जारी

रानीखेत।पेयजल निगम के अभियंताओं ने निगम के ईई समीर प्रताप सिंह पर नियम विरुद्ध कार्रवाई कर नए अभियंताओं पर गलत कार्यों के लिए दबाव बनाने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके लिए 12 बिंदुओं का शिकायती पत्र मुख्य अभियंता को भेजा। इसमें ईई पर मनमानी का आरोप लगाया। कहा कि इस कारण जल जीवन मिशन का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। शाखा परिसर में धरना दे रहे अभियंताओं ने ईई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।पेयजल निगम के अभियंता शुक्रवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं।

नारेबाजी कर अभियंताओं ने ईई पर विभागीय कार्यों में अनियमितताओं सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मुख्य अभियंता को 12 बिंदुओं का शिकायती पत्र भेज ईई का स्थानांतरण करने की मांग की। कहा कि स्थानांतरण होने तक कार्यबहिष्कार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इंजीनियरों का अनावश्यक उत्पीड़न करने से जल जीवन मिशन का कार्य भी प्रभावित हो रहा है।

धरने को उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ ने भी समर्थन दिया। इनमें मंडल अध्यक्ष बीसी जोशी, सचिव वाईएस रावत, मुकुल सती, देवेंद्र आर्या, नैनीताल जिलाध्यक्ष पुष्कर आर्या, उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य मुकुल सती, शाखाध्यक्ष उमेश लाल शाह, विजय बरमोला, मनोज कुमार आदि भी पहुंचे।वहां एई जेएस तोमर, विपिन तोमर, जेई पंकज कुमार आर्या, उज्ज्वल नौटियाल, शशांक कोठारी, सुभाष कुमार, एमएन जोशी आदि थे।

आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। काम का दबाव ऊपर से ही बहुत है। हर घर नल योजना में 50 फीसदी काम भी पूरा नहीं हो सका है। लक्ष्य पाने के लिए सभी को एक साथ मिलकर कार्य करना होगा। कुछ अभियंता दबाव नहीं झेल पा रहे हैं जिस कारण इस तरह गतिविधियां कर रहे हैं।

-समीर प्रताप सिंह, ईई, पेयजल निगम रानीखेत।

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