उत्तराखंड

ग्रामीणों का आरोप-PMGSY बैजरों के अधिकारी सोए कुम्भकर्णीय नींद

देहरादून। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में कई जगह सड़क और पेयजल की समस्या अभी भी बरकरार है। इन समस्याओं को दूर करने को लेकर विभागों का सुस्त रवैया अभी भी बरकरार है। विकासखंड बीरोंखाल अंतर्गत निर्माणाधीन कमड़ई-बाडाडांडा-खाल्यूडांडा मोटरमार्ग से थापला गांव की लघु सिंचाई, पेयजल योजना, मंदिर पैदल मार्ग टूटने से ग्रामीणों के सामने दो सालों से कई समस्या खड़ी हो गई हैं। नाराज ग्रामीणों से गुरुवार को निर्माणाधीन मोटरमार्ग पर आंदोलन कर टेंट लगा कर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर जिलाधिकारी पौड़ी को ज्ञापन भेजा हैं।

थापला प्रधान कविता देवी, बीडीसी मेंबर बलदीप सिंह रावत, होबत सिंह ,कृपाल सिंह,इंद्र सिंह, अनूप सिंह, भूपेंद्र सिंह, दिनेश सिंह, थमन सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि पीएमजीएसवाई बैजरो द्वारा दो सालों से कमड़ई-बाडाडांडा-खाल्यूडांडा निर्माणाधीन मोटरमार्ग से गांव की पेयजल योजना, लघु सिंचाई नहर, मंदिर पैदलमार्ग ग्रामीणों के सामने काफी दिक्कतें खड़ी हो गई हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ हैं।

ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की कटिंग के चलते गांव को जाने वाली पेयजल योजना के पाइप टूटने से लोगों के सामने पेयजल की किल्लत लगातार बनी हुई हैं। ग्रामीणों ने गुरुवार को मोटरमार्ग पर टेंट लगा कर वाहनों आवाजाही बंद कर दी हैं। उन्होनें चेतावनी दी की जब तक समस्या की समाधान नहीं होता आंदोलन जारी रहेगा।

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