उत्तराखंड

पेयजल कार्मिकों ने किया विधान सभा कूच, राजकीयकरण से कम कुछ मंजूर नहीं

देहरादून।पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार पूरे प्रदेश के पेयजल कार्मिक आज देहरादून में एकत्रित हुए और लगभग 3500 कार्मिको ने रैली के रूप में विधान सभा कूच किया। शान्तिपूर्ण रैली उपरान्त विधान सभा स्थित वैरीकैंडिग पर संयुक्त मोर्चा द्वारा एस०डी०एम० श्री योगेश मेहरा को ज्ञापन सौपा गया।

 

ज्ञापन द्वारा शीघ्र निम्न मांगो के निस्तारण हेतु अनुरोध किया गया-

1. उत्तराखण्ड पेयजल निगम एवं उत्तराखण्ड जल संस्थान का राजकीयकरण करते हुये एकीकरण किया जाये।

2. UUSDA द्वारा कराये जा रहे समस्त पेयजल / सीवरेज निर्माण कार्य उत्तराखण्ड पेयजल निगम के माध्यम से कराये जाये तथा उक्त कार्यों का अनुरक्षण/संचालन कार्य उत्तराखण्ड जल संस्थान द्वारा ही किया जाये तथा शहरी विकास विभाग में वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर तैनात अभियन्ताओं को तत्काल उनके मूल विभाग में वापिस भेजा जाये व शहरी विकास विभाग द्वारा ADB से लिये गये लोन के सापेक्ष कराये गये समस्त पेयजल / सीवरेज कार्यों की जांच एस०आई०टी० गठित करके करायी जाये।

इससे पूर्व कल देर सांय सचिव (पेयजल), उत्तराखण्ड शासन श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी जी एवं अपर सचिव (पेयजल), उत्तराखण्ड शासन श्री रणवीर सिंह चौहान जी द्वारा संयुक्त मोर्चा को वार्ता हेतु आमंत्रित किया गया था। उक्त वार्ता में शासन द्वारा अवगत कराया गया कि मोर्चा की मांगों पर शासन / सरकार गम्भीर है तथा माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा भी शीघ्र मांगों पर कार्यवाही हेतु निर्देश दिये गये है तथा माननीय मुख्यमन्त्री जी के दिये गये निर्देशों पर शासन स्तर पर कार्यवाही शीर्ष प्राथमिकता पर की जा रही है। अतः अनुरोध किया गया कि रैली उपरान्त प्रस्तावित कार्यबहिष्कार / हडताल न की जाए।

रैली उपरान्त मोर्चा की उच्चाधिकार समिति की बैठक आहूत की गयी। जिसमें मोर्चा पदाधिकारियों द्वारा यह निर्णय लिया गया कि वर्तमान में जल जीवन मिशन कार्यों के समयबद्ध होने के दृष्टिगत तथा पेयजल व्यवस्था अस्त-व्यस्त न हो तथा आम जनता को परेशान न हो, के दृष्टिगत कार्यबहिष्कार / हडताल वर्तमान में नहीं किया जायेगा तथा पूर्व से जनपदों में जारी धरना कार्यक्रम भी वर्तमान में स्थगित कर दिया जायेगा परन्तु जल संस्थान/जल निगम मुख्यालय स्तर पर प्रतिदिन 02 घण्टे का सांकेतिक धरना कार्यक्रम जारी रखा जाएगा। यदि आचार संहिता लागू होने से पूर्व मांगों का निस्तारण करते हुए शासनादेश जारी नहीं किया जाता है तो आचार संहिता लागू होते ही धरना कार्यक्रम को स्थगित कर दिया जाएगा तथा आचार संहिता हटते ही पुनः उक्त धरना कार्यक्रम को
यथावत् प्रारम्भ कर दिया जाएगा।

रैली में निम्न कार्मिक उपस्थित रहे :-

श्री जितेन्द्र सिंह देव, श्री रमेश बिंजोला, श्री विजय खाली, श्री संजय जोशी, श्री शीतल शाह, श्री अजय बैलवाल, श्री रामकुमार, श्री श्याम सिंह नेगी, श्री संदीप मल्होत्रा, श्री रामचन्द्र सेमवाल, श्री लाल सिंह रौतेला, श्री शिशुपाल सिंह रावत, श्री लक्ष्मी नारायण भटट्, श्री आनन्द सिह राजपूत, श्री मनमोहन सिंह नेगी, श्री विनोद सिंह, श्री आशीष तिवारी, श्री धन सिंह चौहान, श्री कुलदीप सैनी, श्री जगत सिंह, श्री रमेश चन्द्र शर्मा, श्रीमती सरिता नेगी

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