उत्तराखंड शासन ने इस अधिकारी का ट्रांसफर किया,आदेश जारी
देहरादून।उत्तराखंड शासन ने पुरोला के उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी को हटाकर गढ़वाल मंडल आयुक्त कार्यालय पौड़ी में अटैच कर दिया है। इस संबंध में रविवार को अनुसचिव हनुमंत प्रसाद तिवारी ने आदेश जारी किया है। उपजिलाधिकारी ने विधायक पर जानमाल का खतरा का आरोप भी लगाया। उपजिलाधिकारी (एसडीएम) सोहन सिंह सैनी को सत्ताधारी पार्टी के विधायक दुर्गेश्वर लाल से विवाद और विधायक के विरुद्ध थाने में तहरीर देना भारी पड़ा है। शासन ने रविवार को एसडीएम सैनी को हटाकर गढ़वाल मंडल आयुक्त कार्यालय पौड़ी में अटैच कर दिया है।
गत 21 मई को पुरोला में नगर पंचायत और प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया था। 22 मई को अतिक्रमण के विरोध में कुछ ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। इसी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर पुरोला विधायक और एसडीएम के बीच विवाद शुरू हुआ। विवाद इतना बढ़ा की एसडीएम सोहन सैनी का सत्ताधारी पार्टी के विधायक दुर्गेश्वर लाल के विरुद्ध शनिवार को पुरोला थाने में तहरीर देनी पड़ी। इसमें एसडीएम ने अपनी जान का खतरा सहित कई गंभीर आरोप लगाए। रविवार शाम तक भी एसडीएम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया। वहीं शासन ने एसडीएम सैनी को पुरोला उत्तरकाशी से हटाकर गढ़वाल मंडल आयुक्त कार्यालय पौड़ी में अटैच कर दिया है।
वहीं एसडीएम सोहन सैनी की तहरीर पर दो दिन बाद भी पुरोला थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। एसडीएम सैनी ने कहा कि अगर पुलिस उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं करती है तो वह न्यायालय की शरण में जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल से उन्हें जानमाल का खतरा है और पुरोला विधायक उनके विरुद्ध लगातार साजिश रच रहे हैं। हालांकि तबादले को लेकर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।