सीएम योगी ने लखनऊ-कानपुर के पुलिस कमिश्नर अखिर क्यूँ अचानक हटाए ? जानिएं कारण
लखनऊ।सीएम योगी ने सोमवार की सुबह अचानक लखनऊ और कानपुर के पुलिस कमिश्नरों को उनके पदों से हटाकर वेटिंग लिस्ट में डाल दिया। सीएम योगी के इस कदम से पुलिस और प्रशासनिक हलके में खलबली मच गई। हर कोई यह जानने को उत्सुक हो गया कि आखिर इतना बड़ा कदम क्यों उठाया गया है। अब इस कदम के पीछे का कारण सामने आया है।
लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर और कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना समेत सात आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया। एडीजी स्तर के दोनों अफसरों डीके ठाकुर और विजय सिंह मीना को फिलहाल प्रतीक्षारत रखा गया है। जाम की समस्या पर मुख्यमंत्री की नाराजगी के कारण सोमवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी डॉ. डीएस चौहान ने इस मुद्दे पर उच्च स्तरीय बैठक की।
रविवार को एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने भी कानपुर रोड पर यातायात जाम की समस्या का जायजा लिया था। दोनों पुलिस आयुक्तों को हटाकर एडीजी अभिसूचना एसबी शिरडकर को लखनऊ का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है जबकि एडीजी पुलिस मुख्यालय लखनऊ बीपी जोगदंड को कानपुर का पुलिस आयुक्त बनाया गया है। जोगदंड काफी लंबे समय से पुलिस मुख्यालय में तैनात थे। उनका तबादला न किए जाने पर अक्सर चर्चा होती रहती थी। इस तरह काफी लंबे समय के बाद वह फील्ड की तैनाती पर भेजे गए हैं।
पुलिस कमिश्नर बनाए गए दोनों एडीजी मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। वर्ष 1991 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस जोगदंड महाराष्ट्र के लातूर जिले के रहने वाले हैं, जबकि वर्ष 1993 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस शिरडकर महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के रहने वाले हैं।
लखनऊ-कानपुर मार्ग पर लगातार लग रहे जाम और कांवड़ यात्रियों के लिए पुख्ता इंतजाम न करने के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी की गाज लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर और कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना पर गिरी है। मुख्यमंत्री की नाराज़गी के बाद ही दोनों आयुक्तों को हटाया गया है।