वित्त मंत्री ने महंगाई पर दिया ये जवाब
दिल्ली।लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष के सभी सवालों के जवाब दिए।उन्होंने कहा कि विपक्ष बैठक में हर मुद्दे पर सहमत हो जाता है, लेकिन बाहर में अपना रवैया बदल लेता है।वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी के मुद्दे पर सभी दल सहमत थे, लेकिन बाहर में वे कुछ और बोल रहे हैं।कांग्रेस और डीएमके के सांसदों ने वित्त मंत्री के भाषण का बहिष्कार किया।
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से लगातार विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) जैसी एजेंसियां जहां दुनिया की खराब आर्थिक स्थिति की बात कर रही हैं, वहीं उनका कहना है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. सीतारमण ने कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के अनेक कदमों के कारण देश की हालत कई अन्य देशों से अच्छी है. उन्होंने कांग्रेस सदस्य अधीर रंजन चौधरी की एक टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत के मंदी के दौर में जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता, जबकि दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाएं मंदी के कगार पर हैं।
सीतारमण ने कहा कि खबरों के अनुसार चीन में 4,000 से अधिक बैंक दिवालिया होने के कगार पर हैं, जबकि भारत में व्यावसायिक बैंकों की गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में सुधार हुआ है और यह छह साल के सबसे कम स्तर 5.9 प्रतिशत पर है. उन्होंने कहा कि भारत का कर्ज और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का अनुपात वित्त वर्ष 2021-22 में 56.21 है जो कई देशों से बहुत कम है. सीतारमण ने कहा कि वैश्विक स्तर पर महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध, आपूर्ति श्रृंखला में गतिरोध तथा चीन में जगह-जगह लगातार लॉकडाउन के बावजूद भारत की स्थिति दुनिया के कई देशों से बेहतर है।
उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में भी भारत में मुद्रास्फीति को सात प्रतिशत या इससे नीचे बनाकर रखा गया है. सीतारमण ने कहा कि सरकार महंगाई के स्तर को सात प्रतिशत से नीचे लाने को प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय कोई ऐसा संकट नहीं था. वित्त मंत्री ने कहा कि संप्रग के कार्यकाल में 22 महीने तक मुद्रास्फीति नौ प्रतिशत से ज्यादा रही और नौ से अधिक बार 10 से ज्यादा यानी दो अंक में रही. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष को उन दिनों को याद करना चाहिए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के मंदी के दौर में जाने की आशंका को खारिज करते हुए सोमवार को कहा कि कोविड महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और आपूर्ति श्रृंखला में अवरोधों के बावजूद भारत आज सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. लोकसभा में नियम 193 के तहत महंगाई के विषय पर सोमवार को हुई चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि मुश्किल दौर में पूरा देश एक होकर खड़ा हुआ और यही कारण है कि आज हम शेष दुनिया के मुकाबले अपेक्षाकृत मजबूत स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि इसका श्रेय जनता को दिया जाना चाहिए।