आज से रिजर्व बैंक मौद्रिक समीक्षा बैठक, रेपो रेट में वृद्धि संभव,बढ़ सकती है EMI
दिल्ली।देश की खुदरा महंगाई दर लगातार 7 फीसदी से अधिक बनी हुई है।अगर रिजर्व बैंक रेपो रेट में बढ़ोत्तरी करता है, तो बैंक लोन पर लगने वाले ब्याज दर में बढ़ोतरी कर सकते हैं. रिजर्व बैंक ने मई में 0.40 फीसदी और जून में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी।
महंगाई दर
जून के महीने में मुद्रास्फीति 7.01 प्रतिशत रही थी. ये लगातार छठा मौका था, जब महंगाई दर रिजर्व बैंक (RBI) के तय लक्ष्य सीमा से ऊपर रही थी. जुलाई महीने के आंकड़े अभी आने बाकी हैं. मई के महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04 फीसदी रही थी. अप्रैल के महीने में खुदरा मंहगाई दर 7.79 फीसदी दर्ज की गई थी. खाद्य महंगाई दर (Food Inflation) जून में 7.75 फीसदी रही थी, जो मई महीने में 7.97 फीसदी दर्ज की गई थी।
पिछली बार इतनी हुई थी बढ़ोतरी
खुदरा महंगाई दर लगातार 7 फीसदी से अधिक बनी हुई है. अगर केंद्रीय बैंक रेपो रेट में इजाफा करता है, तो बैंक लोन पर लगने वाले ब्याज दर में बढ़ोतरी कर सकते हैं. रिजर्व बैंक ने मई में 0.40 फीसदी और जून में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. लगातार बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 4.90 फीसदी हो गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की बैठक आज से शुरू होने वाली है। इस बैठक में केंद्रीय बैंक नीतिगत फैसले करेगा, जिसका ऐलान 5 अगस्त को RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास करेंगे।कहा जा रहा है कि 3 से 5 अगस्त के बीच होने वाली इस बैठक में RBI रेपो रेट में इजाफा कर सकता है।इससे पहले हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक में भी RBI ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी. हर दो महीने पर होने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक की शुरुआत आज से हो रही है।