सोमालिया में मुंबई जैसा हमला,अब तक 20 की मौत
सोमालिया।राजधानी मोगादिशु में मुंबई जैसे हमले को अंजाम दिया गया है जहां आतंकी समूह अल-शबाब के बंदूकधारियों ने होटल हयात पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई हैं। इस हमले में 20 लोगों की मौत हो गई है और 40 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। सुरक्षा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अल-शबाब के लड़ाकों ने शुक्रवार को सोमालिया की राजधानी मोगादिशु के हयात होटल पर गोलियों की बौछार कर दी जिसमें आठ लोगों की जान जा चुकी है। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने होटल हयात पर कब्जा कर लिया है।
भारत ने की कड़ी निंदा
भारत ने हयात होटल पर हमले की कड़ी निंदा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, “भारत मोगादिशू में हयात होटल पर हमले की कड़ी निंदा करता है और आतंकवाद के इस कायराना कृत्य के पीड़ितों और परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है। भारत सरकार और सोमालिया के लोगों के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खड़ा है। विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान का लेकर भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत की जारी मानवीय सहायता के हिस्से के रूप में भारत अफगानिस्तान को चिकित्सा सहायता का 10वां बैच भेज दिया है।
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में आतंकवादी संगठन अल-कायदा के जो धड़े हैं, अल-शबाब उन्हीं में से एक है। मुख्य तौर पर सोमालिया स्थित इस संगठन का पूरा नाम हरकत अल-शबाब अल मुजाहिदीन है और केन्या से लगती देश की दक्षिणी सीमा पर इसका जबर्दस्त वर्चस्व है। अल-शबाब का एकमात्र मकसद सोमालिया सरकार को जड़ से उखाड़ना है। अल-शबाब सऊदी अरब के वहाबी इस्लाम को मानता है, जो कि इस्लाम का सबसे कट्टर स्वरूप है।
सोमालिया सरकार के खिलाफ लंबे समय से जंग लड़ रहे इस आतंकी संगठन का ये कोई पहला हमला नहीं है। अल शबाब ने मोगादिशू शहर में इससे पहले भी कई भयानक विस्फोटों को अंजाम दिया है। आतंकी संगठन अल-शबाब की स्थापना 2006 में हुई थी। उस समय मोगादिशू शहर यूनियन ऑफ इस्लामिक कोर्ट्स के कब्जे में था, जो कि शरिया अदालतों का एक संगठन था। इसका मुखिया शरीफ शेख अहमद था। 2006 में इथियोपिया की सेना ने इस संगठन को हरा दिया और अल-शबाब का जन्म हुआ।अल-शबाब यूनियन ऑफ इस्लामिक कोर्ट्स की ही एक कट्टरपंथी शाखा है।