क्राइम उत्तराखंड की खबर का असर -यूपीसीएल ने मानी अपनी गलती, ट्रांसफर आदेश को लिया वापस
देहरादून।यूपीसीएल में हुए तबादलों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।यूपीसीएल अधिकारी तबादलों के मामले पर बैकफुट पर आ गये हैं। कॉरपोरेशन द्वारा जारी स्थानांतरण संबंधी आदेश निरस्त कर दिये गये हैं।
यूपीसीएल में हुए इंजीनियरों के बंपर तबादले विवादों में आने के बाद आखिरकार निरस्त कर दिए गए हैं. इनमें उन तबादलों को वापस लिया गया है, जो हरिद्वार जिले से जुड़े थे. दरअसल, हरिद्वार जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू है. ऐसी स्थिति में यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक की तरफ से तबादलों को लेकर किए गए आदेश पर सवाल खड़े किए गए थे. हालांकि इन तबादलों में और भी कई तरह की बात कही जा रही थी।
विपक्ष की ओर से भी इसे मुद्दा बनाकर उठाकर जा रहा था. लिहाजा इस मामले पर यूपीसीएल के अधिकारियों ने बैकफुट पर आते हुए इन आदेशों को निरस्त कर दिया है. प्रबंध निदेशक के पत्र में कहा गया है कि हरिद्वार में पंचायत चुनाव होने के कारण आदर्श आचार संहिता प्रभावी है. ऐसे में आचार संहिता को देखते हुए कॉरपोरेशन द्वारा जारी स्थानांतरण संबंधी आदेश को निरस्त किया जाता है।
UPCL के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार यादव की तरफ से एक दिन पहले ही बंपर तबादले किए गए। इसमें सुपरिटेंडेंट इंजीनियर से लेकर एक्जीक्यूटिव इंजीनियर तक के तबादले हुए। आदेश जारी होने के बाद यूपीसीएल के अधिकारियों पर तबादलों को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे. जिसके बाद अब यूपीसीएल ने इन आदेशों को निरस्त करने का फैसला लिया है।