बड़ी लापरवाही-केंद्र सरकार की परियोजनाओं के प्रति गंभीर नहीं उत्तराखंड पेयजल निगम
देहरादून।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत स्वीकृत परियोजनाएं उत्तराखंड में गंगा और इसकी सहायक नदियों की स्वच्छता, निर्मलता एवं अविरलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।उन्होंने कहा है कि नमामि गंगे की परियोजनाओं के पूर्ण होने पर चारधाम यात्रा को अत्यधिक लाभ मिलेगा और नदियों की स्वच्छता व निर्मलता के दृृष्टिगत भी यह परियोजना महत्वपूर्ण है।लेकिन उत्तराखंड पेयजल निगम केंद्र की इन परियोजनाओं के प्रति गंभीर नहीं दिख है।
उत्तराखंड पेयजल निगम(नमामि गंगे) के महत्वपूर्ण डिविजन गोपेश्वर में किसी अधिशासी अभियंता की अब तक तैनाती नहीं हूई है।हाल ही में उत्तराखंड पेयजल निगम(गंगा)श्रीनगर मे एक अधिशासी अभियंता की तैनाती हुई थी लेकिन विभागीय सूत्रों के अनुसार इस अधिकारी ने इस डिविजन को अभी तक जॉइन नहीं किया है।विभागीय सूत्र ये भी बताते है कि य़ह अधिकारी पेयजल निगम देहरादून के ही एक डिविजन मे ज्वाइनिंग के लिए शासन में सेटिंग- गेटिंग कर रहा है।उत्तराखंड पेयजल निगम(गंगा) का दूसरा डिविजन गोपेश्वर मे अभी तक किसी अधिशासी अभियंता की तैनाती नहीं हूई है।
उत्तराखंड पेयजल निगम केंद्र की इन परियोजनाओं के प्रति गंभीर नहीं दिख रहा है।सूत्रों के हवाले से खबर है कि केंद्र सरकार की इन परियोजनाओं के प्रति लापरवाही बरतने पर उत्तराखंड पेयजल निगम के कई बडे अधिकारियों पर गाज गिर सकती है क्योंकि यह लापरवाही की शिकायत मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच चुकी है।आपको बता दे कि इस समय पेयजल विभाग मुख्यमंत्री के पास है।