उत्तराखंड में शहरों की जलापूर्ति व्यवस्था निजी हाथों में दिए जाने का उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन एवं पेयजल निगम अधिकारी /कर्मचारी महासंघ ने किया विरोध
देहरादून -२८/१२/२०२३। आज दिनांक २८/१२/२०२३को उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन एवं पेयजल निगम अधिकारी /कर्मचारी महासंघ की एक आपातकालीन बैठक कमला नगर में आयोजित की गयी जिसमें आज दिनांक सम्मानित हिन्दुस्तान द्वारा उत्तराखंड में शहरों की जलापूर्ति व्यवस्था निजी हाथों में जाएगी का विरोध व्यक्त किया गया जिसमें सरकार व शासन पेयजल एजन्सियों का जिम्मा ए डी वी को १८ वर्षो के लिए देने जा रही है सभा को सम्भोदित करते हुए उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन के प्रदेश महामंत्री रमेश बिन्जोला द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि सरकार व शासन पेयजल एजन्सियों का अस्तित्व समाप्त करने जा रही है ए डी वी में जाने से कर्मचारियों को वेतन भत्ते एवं पेंशन के लाभ से वंचित होना पड़ेगा। सभा को सम्बोदित करते हुए पेयजल निगम अधिकारी /कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जीतेंद्र सिंह देव द्वारा कहा गया है कि यदि पेयजल एजन्सियों का कार्य ए डी वी को दिया जायेगा तो पेयजल निगम व जल संस्थान संयुक्त रूप से आन्दोलन के लिए बाध्य होगा, पेयजल निगम कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष विजय खाली द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि पेयजल निगम, /जल सस्थान का एकीकरण कर राजकीय विभाग बनाया जाए उन्होने कहा कि किसी भी दशा में पेयजल व्यवस्था को ए डी वी को नहीं जाने देंगे पेयजल निगम कर्मचारी महासंघ के महामंत्री गौरव वर्थवाल द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया है समस्त कर्मचारी /पेंशनरो को इसका विरोध करना चाहिए तथा आर -पार की लड़ाई में एक जुट होना चाहिए सभा को धर्मेन्द्र चौधरी श्याम सिंह नेगी शिशुपाल रावत अनिरूध कठैत भानु प्रताप हेमन्त लक्ष्मी नारायण भट्ट ललित पुरोहित लाल सिंह रोतैला आशीष तिवारी सुभास सल्हौत्रा संजय कुमार प्रेम सिंह नेगी धुम सिंह सोलंकी जीवानन्द भट्ट रणवीर सिंह पंवार राजेन्द्र बिष्ट द्वारा सम्बोधित किया गया निवेदक रमेश बिन्जोला प्रान्तीय महामंत्री