उत्तराखंड

वेल डन PWD, कल से यह पुल विधिवत रूप से आम वाहनों हेतु खोल दिया जाएगा

पौड़ी।नेशनल हाई वे-534 को एनएच-7 से जोड़ने वाले सतपुली-व्यासघाट-देवप्रयाग मोटर मार्ग पर बांघाट में नयार नदी पर स्थित 48 वर्ष पुराना लौह सेतु इतनी जर्जर अवस्था में पंहुच गया था कि उसपर भारी वाहनों का संचालन भी असंभव हो गया था। इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से कल्जीखाल,कोट व द्वारीखाल ब्लॉक के सैकड़ों गांवों की करीब 50 हजार की आबादी का आरोप था कि खनन कार्य मे लगे भारी डम्प ट्रकों की आवाजाही के कारण यह पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। आमजन ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने भी शिकायत करते हुए इस सेतु के जीर्णोद्धार की गुजारिश की, किन्तु लोनिवि ने बज़ट के अभाव का हवाला देते हुए हाथ खड़े कर दिये।इस बीच स्थानीय जनता साहित वरिष्ठ पत्रकार अजय रावत और अनिल बहुगुणा ने डीएम

डॉ Ashish Chauhan से इस बाबत गुज़ारिश की, तो उन्होंने हज़ारों की आबादी की दुश्वारियों को देखते हुए भू-वैज्ञानिक व जिला खनन अधिकारी Ravi Negi को वस्तुस्थिति का भौतिक निरीक्षण करने के आदेश दिए, इसके पश्चात जिलाधिकारी डॉ चौहान व जियोलॉजिस्ट रवि एस0 नेगी ने निर्णय लिया कि इस अतिआवश्यक कार्य हेतु हर हाल में धन निर्गत किया जाना जरूरी है, अंततः इस हेतु जिला खनिज न्यास से 2 करोड़ 25 लाख की भारी भरकम राशि लोनिवि के प्रोविंशियल डिवीजन पौड़ी को निर्गत की गई। आखिरकार 6 माह के पश्चात न केवल पुल का जीर्णोद्धार हुआ बल्कि इसकी क्षमता 16.2 टन से बढ़ाकर 30 टन भी कर दी गयी। कार्य पूर्ण होने के बाद 2 अप्रैल को यह सेतु विधिवत रूप से आम वाहनों हेतु खोल दिया जाएगा।

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