अमेरिका और रूस के बीच दिनों-दिन बढ़ रहा टकराव,दोनों के साथ भारत की लगातार बढ़ रही नजदीकियां
दिल्ली।मौजूदा वक्त में अमेरिका और रूस के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है! लेकिन भारत है कि दोनों देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करता जा रहा है। पिछले हफ्ते रूस से अब अमेरिका से कई वार्ताएं होने वाली हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका और रूस के बीच तनाव कैसे बढ़ता जा रहा है, यह सार्वजनिक है। लेकिन भारत इन दोनों धुर विरोधी देशों के साथ अपने संवाद को और बढ़ाता जा रहा है। पिछले हफ्ते रूस और भारत के बीच तीन स्तरों पर नई दिल्ली, मास्को और ताशकंद में वार्ता हुई। इनमें पेट्रोलियम उत्पादों के आयात से लेकर संयुक्त राष्ट्र में सहयोग जैसे मुद्दों पर वार्ता हुई। आइए इस रिपोर्ट में जानें भारत की ओर से रूस और अमेरिका दोनों मुल्कों से दोस्ती को बनाए रखने के क्या है मायने…
एक दूसरे के धुर विरोधी अमेरिका और रूस से लगातार संवाद बढ़ा रहा भारत
रूस के साथ नई दिल्ली, मास्को और ताशकंद में हुई वार्ता
यूएसएड प्रमुख के बाद भारत आ रहे अमेरिकी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी
अमेरिका से रिश्तों की मजबूती पर जोर
अमेरिका के यूएसएड की प्रमुख सामंथा पावर की यात्रा के हफ्तेभर बाद ही अमेरिका की उप-विदेश मंत्री एमजे सीसान भी भारत आ रही हैं। अमेरिका के कुछ और अधिकारियों के भी अगस्त में भारत दौरे पर आने की संभावना है। शीर्ष स्तर पर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इन दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से अलग-अलग मौकों पर सीधा संवाद जारी रहने की संभावना है।
रूस से भी भारत के बेहतर रिश्ते
पिछले हफ्ते ताशकंद में विदेश मंत्री एस. जयशंकर की रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर वार्ता से पहले नई दिल्ली में रूस के राजदूत ने पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण थी कि तमाम प्रतिबंधों को दरकिनार कर भारत लगातार रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है।