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प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का आज 100वां एपिसोड प्रसारित हुआ

दिल्ली।प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम का आज 100वां एपिसोड प्रसारित हुआ। इस दौरान प्रधानमंत्री ने हिमाचल के अलग-अलग इलाकों में साफ-सफाई के लिए ‘हीलिंग हिमालय’ नाम से अभियान चला रहे प्रदीप सांगवान से बात की। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘प्रदीप सांगवान आज हमारे साथ हैं, जिन्होंने हीलिंग हिमालया फाउंडेशन की शुरुआत की थी। प्रदीप जी, आपने हिमालय को हील करने की सोची। आजकल आपका अभियान कैसे चल रहा है।’

प्रदीप सांगवान ने कहा, ‘जितना काम हम पहले पांच साल में करते थे, 2020 के बाद से अब एक साल में ही हो जाता है। हम पहले संघर्ष कर रहे थे। लोग सपोर्ट नहीं कर पा रहे थे या तवज्जो नहीं दे रहे थे। जब मन की बात में इसका जिक्र हुआ तो बहुत सारी चीजें बदल गईं। आज हम रोज पांच टन कचरा इकट्ठा करते हैं। यकीन नहीं मानेंगे कि मैं एक वक्त पर हौसला छोड़ चुका था, मन की बात में जिक्र होने के बाद एकदम बदलाव आया। पता नहीं कैसे आप हमें ढूंढ लेते हैं। हम हिमालय में जाकर काम करते हैं। आपने वहां हमें ढूंढा। तब मेरे लिए यह भावुक क्षण था कि देश के प्रथम सेवक से मैं बात कर पाया हूं।’

प्रधानमंत्री ने मन की बात के 100वें एपिसोड में कहा कि मैंने बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ का अभियान हरियाणा से ही शुरू किया था। जब सुनील जागलान के सेल्फी विद डॉटर कैम्पेन पर नजर पड़ी तो मैंने उसे मन की बात में शामिल किया।

जींद के गांव बीबीपुर से सेल्फी विद डॉटर अभियान शुरू करने वाले व अनेक अंतराष्ट्रीय अभियान के शुरुआतक सुनील जागलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेहमान बने। सुनील जागलान को प्रधानमंत्री के पसंदीदा कार्यक्रम मन की बात के 100वें एपिसोड में सम्मानित अतिथि बनने का मौका मिला।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा के सुनील जागलान का मेरे मन पर प्रभाव इसलिए पड़ा क्योंकि हरियाणा में जेंडर रेशा पर काफी चर्चा होती थी। मैंने भी बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ का अभियान हरियाणा से ही शुरू किया था। जब सुनील जी के सेल्फी विद डॉटर कैम्पेन पर नजर पड़ी तो मैंने उसे मन की बात में शामिल किया। सुनील आज हमारे साथ जुड़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में जम्मू कश्मीर की पेंसिल स्लेट्स के बारे में बताते हुए मंजूर अहमद से बात की। इस सौवें एपिसोड में पीएम ने मंजूर से कहा कि आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। ये पेंसिल स्लेट्स का काम कैसा चल रहा है?” मंजूर अहमद ने कहा, ”बहुत अच्छे से चल रहा है।

जब से आपने हमारी बात मन की बात में कही, तब से बहुत काम बढ़ गया है। दूसरों को रोजगार मिल रहा है। मेरे पास दौ सौ से ज्यादा लोग हैं। एक-दो महीने में और दो सौ लोगों को रोजगार बढ़ जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे बहुत खुशी हुई। मुझे बराबर याद है।

उस दिन आपने मुझे कहा था कि यह ऐसा काम है, जिसकी कोई पहचान नहीं है। आपको इसकी पीड़ा भी थी। आपको इस पर मुश्किल भी होती थी। अब पहचान भी बन गई। दो सौ से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहे हैं। विस्तार करके और दो सौ लोगों को रोजगार दे रहे हैं।

खुशी की खबर है। मंजूर अहमद ने इस पर कहा, किसानों को भी फायदा मिला। दो हजार का पेड़ अब पांच हजार का हो गया है। इतनी मांग बढ़ गई है। पहचान भी मिल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, देखिए, वोकल फॉर लोकल की ताकत कितनी जबर्दस्त है।

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