यूनिट समाप्त करने के फैसले पर नहीं हुआ अमल,पेयजल निगम की कार्यप्रणाली पर फिर उठे सवाल?
देहरादून।
उत्तराखंड पेयजल निगम में मुख्यालय स्तर पर बनी निर्माण यूनिट को समाप्त करने का सचिव पेयजल ने मौखिक आदेश दिए है।
इस आदेश पर अभी तक अमल नहीं हो पाया है।
इस यूनिट के गठन पर ही सवाल उठ रहे थे।
मुख्यालय में तैनात इंजीनियरों को इस यूनिट का जिम्मा दिया गया है।
इन पर उत्तरकाशी, टिहरी समेत दूसरे जिलों तक की योजनाओं का जिम्मा है।
जिसका निगम स्तर पर ही बड़ा विरोध हो रहा है।
उत्तराखंड में यूपी निर्माण निगम को ब्लैक लिस्ट करने के बाद सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक काम पेयजल निगम को आवंटित हो रहा है।
जल निगम की जो यूनिटें काम के अभाव में खाली बैठी है उन यूनिटों को काम न देकर मुख्यालय मे बनी निर्माण यूनिट को काम दिया जा रहा है।