राजनीति

पुष्कर सिंह धामी की तूफानी पारी की बदौलत जीते 47 सीटें, चंपावत की जनता विधायक नहीं मुख्यमंत्री चुनने जा रही है:- गणेश जोशी

चम्पावत। चंपावत विधानसभा क्षेत्र के बनबसा स्थित देसी फार्म में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि चम्पावत की जनता विधायक नहीं मुख्यमंत्री चुनने जा रही है। मंत्री ने कहा कि सैनिकों को सम्मान देने की परम्परा अटल सरकार में करगिल युद्ध के बाद प्रारम्भ हुई। शहीद सैनिकों को सम्मान देने का काम भाजपा सरकार ने किया। वर्ष 1972 से लम्बित वन रैंक वन पेन्शन की माँग को पूर्ण करने का काम भाजपा की सरकार ने किया। उन्होंने एक पूर्व सैनिक से पूछा कि आपकी सेवानिव्रति पर पेन्शन क्या थी, और वर्तमान में क्या है। पूर्व सैनिक ने बताया कि उस वक्त 4200 थी और आज 41000 है। सैन्यधाम निर्माण एवं शहीद सम्मान यात्रा के सम्बंध में भी मंत्री ने जनता को बताया। उन्होंने बताया कि सैन्य धाम का मुख्य द्वार जनरल बिपिन रावत के नाम होगा। एनडीए एवं ओटीए जाने वाले युवाओं को सरकार एक लाख की सहायता देगी।

उन्होंने जनता से विनती करते हुए कहा कि आप अपना वोट देकर मुख्यमंत्री को जीत का सर्टिफ़िकेट देने का काम करे। उन्होंने 31 मई को होने वाले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनाए। उन्होंने जीत के अंतर को बढ़ाने का अनुरोध भी किया। मतदान प्रतिशत को 70 प्रतिशत से अधिक करने का प्रयास हम सबने करना है।

टनकपुर में बनेगा भव्य सैनिक कल्याण विश्राम ग्रह
चंपावत विधानसभा क्षेत्र के टनकपुर स्थित पंचायत घर ज्ञान खेड़ा में पूर्व सैनिकों द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी में कहा कि जनता सामान्यतः विधायक को चुनती है लेकिन चंपावत की महान जनता सौभाग्यशाली है कि उन्हें मुख्यमंत्री सुनने का मौका मिल रहा है। भारतीय जनता पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जहां चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री, सैनिक का बेटा मुख्यमंत्री और खुद पूर्व सैनिक एक सैनिक मंत्री बनता है। 6 महीने के अंदर पुष्कर सिंह धामी ने जो तूफानी पारी खेली है, जोरदार बैटिंग की है, उसका परिणाम है कि आज 47 विधायकों की भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्तराखंड में बनी है। उन्होंने कहा कि पुष्कर सिंह धामी को चंपावत से मौका दिए जाने पर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार व्यक्त करता हूं। मंत्री ने कहा कि 76 से लेकर 83 तक गढ़वाल राइफल में एक सैनिक के रूप में कार्य करने का मौका मिला, मंत्री ने कहा कि यदि फ़ौज में सिपाही ना होता, तो मैं विधायक होता ना ही में मंत्री होता है।

उन्होंने कहा कि मैं डीडीहाट का रहने वाला हूं और चुनाव मसूरी से लड़ता हूं मैं उत्तराखंड के दोनों क्षेत्रों को कवर करता हूं। उन्होंने कहा कि कारगिल, पुलवामा, गलवान, संसद पर हमला, ताज पर हमला हो, इन सभी युद्धों में, ऑपरेशनो में, उत्तराखंड के वीर जवानों ने अपनी शहादत दी है। मंत्री ने सभी शहीदों को नमन किया। उन्होंने सैन्यधाम निर्माण के सम्बंध में भी पूर्व सैनिकों को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 1734 शहीद परिवारों के घरों के आंगन की पवित्र मिट्टी को लाकर हमारी सरकार ने देहरादून में भव्य सैन्यधाम बनाने का निर्णय लिया है। इस निर्माण के संबंध में हमारी सरकार द्वारा ₹58 करोड़ की धनराशि जारी भी कर दी हैं और कार्यस्थल पर निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से हम सैन्यधाम विकसित करने जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के सभी सैनिक कल्याण विश्राम ग्रहों का प्राथमिकता पर सौन्दर्यकरण का कार्य भी हम कर रहे हैं। जिसकी शुरुआत टनकपुर के सैनिक विश्राम गृह से करने का फैसला लिया था जिस पर कार्रवाई वर्तमान में गतिमान है।

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