आज से खुल रही है “फूलों की घाटी”,बैग पैक करिए और चलिए उत्तराखंड
चमोली। प्रकृति के अनगिनत रहस्यों से भरी, रोमांचक और खूबसूरत फूलों की घाटी आज 1 जून से पर्यटकों के लिए खोल दी गई है।यह वो जगह है, जहां रिसर्च, आध्यात्म, शांति और प्रकृति को करीब से जानने का अद्भुत मौका मिलता है। यह घाटी ट्रैकिंग में रुचि रखने वालों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है. नैसर्गिक सुंदरता का अवलोकन करने आप भी यहां अवश्य आएं।
चमोली स्थित फूलों की घाटी को देखकर ऐसा लगता है, जैसे किसी ने खूबसूरत पेंटिंग बनाकर यहां रख दी हो. चारों तरफ ऊंचे-ऊंचे पर्वत और उन पर्वतों के ठीक नीचे यह फूलों की घाटी प्रकृति का मनोरम दृश्य है. यहां घूमने के लिए विदेशियों और भारतीय पर्यटकों से अलग-अलग शुल्क लगता है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी आज पर्यटकों को खोल दी गई है।पार्क प्रशासन ने 4 किमी पैदल मार्ग की मरम्मत के साथ रास्ते पर 2 पैदल पुल का निर्माणकार्य भी पूरा कर दिया है।इस साल फूलों की घाटी में 12 से अधिक प्रजाति के फूल समय से पहले खिल गए हैं।फूलों की घाटी को 2004 में यूनेस्को ने विश्व प्राकृतिक धरोहर घोषित किया था।
87.5 किमी में फैली घाटी जैव विविधता का खजाना है।यहां पर दुर्लभतम प्रजाति के फूल, पशु पक्षी, जड़ी बूटी और वनस्पतियां पाई जाती हैं।यह दुनिया की इकलौती जगह है जहाँ पर प्राकृतिक रूप से 500 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं. हर साल हजारों देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार करने आते हैं।फूलों की घाटी की यात्रा को लेकर वन विभाग ने कमर कस ली है। आज 1 जून को घांघरिया स्थित फूलों की घाटी गेट से पर्यटक फूलों की घाटी में प्रवेश करेंगे।