PM मोदी की पुतिन और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक होनी तय
ताशकंद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के मौके पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव के साथ द्विपक्षीय बैठक होने की संभावना है। यूक्रेन संकट के बाद पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति के बीच यह पहली मुलाकात होगी। संकट शुरू होने के बाद दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से फोन पर कई बार बात की है।
शी जिनपिंग से भी हो सकती है अलग मुलाकात
रूसी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भी एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर मिलने की संभावना है। उज्बेकिस्तान में भारतीय राजदूत मनीष प्रभात ने पहले कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। राजदूत प्रभात ने एएनआइ को बताया कि कोरोना महामारी के कारण एससीओ सदस्य देशों के नेता दो साल बाद मिल रहे हैं। एससीओ के इतर कुछ द्विपक्षीय बैठकें होंगी, लेकिन बैठकों के कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप दिया जाएगा।
आर्थिक सहयोग और कनेक्टिविटी पर होगी चर्चा
राजदूत ने कहा कि एससीओ में आर्थिक सहयोग एक महत्वपूर्ण प्रश्न है, जिस पर निश्चित रूप से एससीओ की बैठकों में चर्चा की जाएगी। जब हम मध्य एशियाई देशों के साथ बैठक कर रहे होते हैं, तो हम कनेक्टिविटी पर चर्चा करते हैं जो भारतीय और मध्य एशियाई के बीच व्यापार, निवेश और अन्य आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा।
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और ईरानी राष्ट्रपति अब्राहिम रायसी के भी शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है। उज्बेकिस्तान एससीओ 2022 का अध्यक्ष है और भारत एससीओ का अगला अध्यक्ष होगा।
द्विपक्षीय बैठक लगभग तय
एक सूत्र ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय बैठक लगभग तय है और बैठकें समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर होंगी। 14 सितंबर से उज्बेकिस्तान के समरकंद में शुरू होने वाले शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री की अन्य द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी।