दफ्तर छोड़ अब फील्ड में उतरेंगे अफसर?
देहरादून।मॉनसून की विदाई के साथ ही उत्तराखंड में सरकार एक बार फिर जनता के द्वार पहुंचने की कोशिशों में जुट गई है।जाहिर है कि मॉनसून की विदाई के बाद सरकार जनता से संवाद को लेकर एक सकारात्मक संदेश देना चाहती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अब विभिन्न जिलों में जनता की समस्याओं को सुनते हुए नजर आएंगे। राज्य में विभिन्न जिलों के दौरों को लेकर कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं।जाहिर है कि मॉनसून की विदाई के बाद सरकार जनता से संवाद को लेकर एक सकारात्मक संदेश देना चाहती है।
लेकिन सुगबुगाहट मंत्रियों और अफसरों के रवैये को लेकर तेज हो रही है जिनका प्रदेश में विभिन्न जिलों के दौरे को लेकर फिलहाल कोई खास इंटरेस्ट नहीं दिखता।बता दें कि सरकार के मंत्री अपनी विधानसभाओं को छोड़ दिया जाए तो जिलों में दोनों को लेकर कुछ खास सक्रिय नहीं दिखाई देते।
इनसे भी खराब हालत सचिवालय के उन बड़े अफसरों की है जो अपने दफ्तरों को छोड़ने की हिम्मत नहीं दिखा पाते। यह स्थिति तब है जब कई बार मुख्य सचिव से लेकर सरकार तक अधिकारियों को जिलों में धरातल की हकीकत जानने के लिए वहां पहुंचने तक के निर्देश देते रहे हैं।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी के नेता कहते हैं कि मुख्यमंत्री का क्षेत्र में जाना एक शुभ संकेत है और इससे आम लोगों को फायदा मिलेगा. प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा फिलहाल तैयारियों में जुट गई है और चुनाव के दौरान प्रदर्शन बेहतर हो इसके लिए सरकार भी अपने स्तर पर प्रयास कर रही है।
मॉनसून की विदाई के साथ ही उत्तराखंड में सरकार एक बार फिर जनता के द्वार पहुंचने की कोशिशों में जुट गई है।इस कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जिलेवार कार्यक्रम को तय कर दिया गया है।