उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, उत्तराखंड जल संस्थान ने विभाग से की ये 20 मांगे
1. सभी शाखाओं के सदस्यों द्वारा योजना रखरखाव एवं संचालन हेतु सुपरवाईजर की प्रबल मॉग की गई है। महोदय वर्तमान में विभाग देश की अति महत्वाकांशी योजना “जल जीवन मिशन” के अर्न्तगत कार्यदायी संस्था के रूप में कार्य कर रहा है। जिसमें समस्त विभागीय अभियन्ता अपने पूर्ण मनोयोग से अपने कार्य एवं दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। जल जीवन मिशन के कार्यों के साथ-साथ योजना रखरखाव एवं संचालन के कार्य का सफल संपादन कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। इसलिए योजना रखरखाव एवं संचालन हेतु सुपरवाईजर विकासखण्डवार उपलब्ध कराया जाए।
2. जल जीवन मिशन के कार्यों हेतु अलग से विंग का निर्माण किया जाये। अभियन्ताओं द्वारा योजना रखरखाव एवं संचालन तथा वसूली संबधी कार्यों के साथ-साथ जल जीवन मिशन संबंधी कार्यों का सफल संपादन कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। इसलिए आवश्यक है कि तत्काल अभियन्ताओं की संख्या बढ़ाई जाए, जिससे जल जीवन मिशन का सफल क्रियान्वयन एवं संपादन कराया जा सके।
3. उपनल के सहायक अभियन्ताओं के अधीन नियमित कनिष्ठ / अपर सहायक अभियन्ता को न रखा जाए। लोक सेवा आयोग से चयनित होने के उपरान्त नियमित कनिष्ठ / अपर सहायक अभियन्ताओं को उपनल के सहायक अभियन्ताओं के अधीन रखा जाना उचित नहीं है।
4. उपनल के सहायक अभियन्ताओं से तत्काल प्रभाव से वित्तीय प्रभार हटाए जाएँ। ऐसे सहायक अभियन्ता जो नियमित नहीं हैं नहि जिनके गोपनीय प्रतिवेदन में उच्चाधिकारी द्वारा अपनी अनुसंसा दी जाती है, से वित्तीय कार्यभार जनहित एवं विभागीय हित को दृष्टिगत रखते हुए हटा दिए जायें।
5. उपनल से कार्यरत सहायक अभियन्ता एवं कनिष्ठ अभियन्ताओं का स्थानान्तरण किया जाए। ऐसे कई उपलन से नियुक्त अभियन्ता हैं जो कई वर्षों से एक ही शाखा कार्यालय में कार्यरत है। राज्य में विभिन्न सेवाओं में स्थानान्तरण एक आवश्यक व्यवस्था है जो प्रशासन, समाज व सरकारी सेवा सभी के हित में है। सुप्रशासन मेंस्वच्छता व कर्मचारी के कार्य में निष्पक्षता तभी संभव है जब कार्मिक अपने अधिकार क्षेत्र में सेवाभाव के साथ-साथ सुप्रशासन कार्य न्यायिक दृष्टि को समान रूप से रखते हुए करें। इस हेतु यह आवश्यक है कि तैनाती के स्थान पर कर्मचारी के ऐसे संबंध या लगाव न हो जिससे उसे विवेक पूर्ण निर्णय लेने पर प्रतिकूल प्रभाव या दबाब न पड़े। स्थानान्तरण नीति इसी उद्देश्य से बनाई जाती है। इसलिए तत्काल प्रभाव से एक ही स्थान पर कई वर्षों से तैनात उपनल के सहायक अभियन्ता / कनिष्ठ अभियन्ताओं को हटाया जाए।
6. उस शाखा में जहाँ पर नियमित या शासन द्वारा प्रभारी व्यवस्था के तहत सहायक अभियन्ता तैनात है वहाँ पर जल जीवन मिशन एवं वित्तीय अधिकारों संबंधी कार्य उपनल के सहायक अभिन्ता से न लिए जाएँ। विभाग की विडम्बना तो देखिए उपनल से तैनात सहायक अभियन्ताओं को पूर्ण अधिकार देकर सहायक अभियन्ता का कार्य लिया जा रहा है एवं शासन द्वारा बनाये गए प्रभारी सहायक अभियन्ताओं से कनिष्ठ अभियन्ता का कार्य लिया जा रहा है। तत्काल ऐसे उपनल के सहायक अभियन्ताओं से कार्यभार हटाकर शासन द्वारा प्रभारी व्यवस्था के तहत बनाए गए सहायक अभियन्ता को कार्यभार दिया जाए।
7. शासन द्वारा प्रभारी व्यवस्था के तहत बनाये गए सहायक अभियन्ताओं से कनिष्ठ अभियन्ता का कार्य न लिया जाए।
8. सहायक अभियन्ता हेतु तत्काल जल जीवन मिशन की मानिटरिंग हेतु अधिशासी अभियन्ता की तर्ज पर वाहन उपलब्ध कराया जाए। 9. कनिष्ठ / अपर सहायक अभियन्ता को 30 ली0 प्रतिमाह की दर से पैट्रोल उपलब्ध कराया जाए।
10. कई वर्षों से एक ही स्थान पर कार्यरत अभियन्ताओं के सुगम दुर्गम को दृष्टिगत रखकर स्थानान्तरण किए जाएँ।
11. विभाग में तत्काल ट्रान्सफर एक्ट 2017 लागू करने हेतु अपने स्तर से कार्यवाही करने का कष्ट करें।
12. विभाग में वेतन आहरण की प्रक्रीया को केन्द्रीकृत किया जाए ताकि समस्त शाखाओं
में कार्यरत सभी अभियन्ताओं को वेतन समय पर मिल सके। 13. योजना रखारखाव एवं संचालन के टैंडर अधिशासी अभियन्ता स्तर से किए जाएँ।
14. योजना रखरखाव एवं संचालन हेतु सामग्री उपलब्ध कराई जाए।
15. ऐसे कनिष्ठ / अपर सहायक अभियन्ता जिनके द्वारा 10 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण कर ली है उन्हे तत्काल ए०सी०पी० का लाभ प्रदान करने हेतु अपने स्तर से अग्रिम आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करेंगे
16. विभागीय संपत्ति की रक्षा हेतु विभागीय संपत्ति को विभाग के नाम पंजीकृत कराने का कष्ट करेंगे।
17. समस्त ठेका श्रमिकों को जो योजना रखरखाव एवं संचालन में लगे हैं उन्हें कुशल श्रमिक का दर्जा दिया जाए।
18-अभियंताओं पर जल जीवन मिशन की समाप्ति तक वसूली कार्य का दबाव न बनाया जाए।
19-कनिष्ठ/अपर/सहायक अभियंताओं के स्थान्तरण महाप्रबंधक स्तर से न किया जाए।
20-जल जीवन मिशन से सम्बंधित कार्यों हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान करने का कष्ट करें।