दिल्ली में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर 20 लाख की ठगी, ऐसा फंसाया था जाल में
दिल्ली।मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति से 20 लाख रुपये ठग लिए गए। इस मामले में छानबीन के बाद पुलिस टीम ने विकास उर्फ आशीष को गिरफ्तार किया है. उसके पास से काफी फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं.।उसके दो अन्य साथियों की तलाश पुलिस कर रही है।
दिसंबर 2020 में आशीष जायसवाल, रोहन सिंह और रोहित के वह संपर्क में आये, जिन्होंने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में शिवम के एडमिशन का झांसा दिया। इस सीट के लिए उनसे 20 लाख रुपये की डोनेशन मांगी गई। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के लैंडलाइन नंबर से उन्हें फोन किया गया ताकि उन्हें विश्वास हो सके।मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की मेल आईडी से उन्हें मेल आया।उनके झांसे में आकर उन्होंने ICICI बैंक में आशीष जायसवाल को 20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। यह रकम लेने के बाद उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर दिया और भूमिगत हो गए।
इस मामले में FIR करने के बाद छानबीन शुरू की गई।पुलिस को पता चला कि मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के लैंडलाइन नंबर से फोन स्पूफिंग के जरिए किया गया था. फर्जी तरीके से ईमेल भी जेनरेट की गई थी।टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस को विकास पारस उर्फ आशीष जायसवाल का ठिकाना पता चला। इसकी मदद से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ के दौरान विकास ने पुलिस को बताया कि वह कानपुर का रहने वाला है।उसने फर्जी दस्तावेज एवं फर्जी आधार कार्ड पर यह बैंक खाता खोला था. आशीष जायसवाल नाम से उसने 2020 में बंधन बैंक का एक खाता युवक से खरीदा था।
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीट दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपये की ठगी मामले में पुलिस ने विकास उर्फ आशीष को गिरफ्तार किया है।डीसीपी राजेश देव के अनुसार बीते 30 मई को इंदर कुमार रॉय की तरफ से एक शिकायत दर्ज कराई गई थी। उन्होंने बताया कि वह एक सरकारी स्कूल में साइंस के टीचर हैं.।उनके बेटे शिवम रॉय ने 2019-20 में नीट की परीक्षा दी थी. कम अंक होने के चलते उसका दाखिला नहीं हो सका।