उत्तराखंड

CM धामी नें संभाली बचाव एवं राहत कार्यों की कमान,विभागों को नियमित मानिटरिंग करने के दिए निर्देश

देहरादून।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देहरादून के रायपुर व थानो क्षेत्र के विभिन्न आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण के बाद सचिवालय में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में आपदा से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया।इस आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि13 लोग घायल हुए हैं। वहीं, 12 लोग लापता हैं।

विभागों को नियमित मानिटरिंग करने के निर्देश

– मुख्यमंत्री ने ऐसा सिस्टम बनाने को कहा कि राज्य मुख्यालय से प्रसारित सूचना सीमांत क्षेत्रों तक अविलंब पहुंच जाए। सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष आपदा की दृष्टि से अपने-अपने विभागों की नियमित रूप से मानिटरिंग करें। आपदा की स्थिति में प्रभावितों के रहने के लिए चिन्हित भवनों और स्थानों का फिर से सुरक्षा की दृष्टि से परीक्षण किया जाए।

-उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए।

-जिन इन क्षेत्रों में पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति बाधित हुई है उन क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की जल्द सुचारू व्यवस्थाएं की जाए।

-मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। इसके लिए नदियों व बरसाती नालों के चेनलाइजेशन पर भी ध्यान दिया जाए।

टपकेश्वर मंदिर क्षेत्र का किया स्थलीय निरीक्षण

इसके बाद मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि से प्रभावित टपकेश्वर मंदिर क्षेत्र का भी स्थलीय निरीक्षण किया तथा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को भविष्य में आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने की कार्ययोजना पर ध्यान देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने टपकेश्वर मन्दिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की भी कामना की।

सीएम धामी ने घायलों का हाल जाना

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में घायल हुए लोगों को मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया है। उन्होंने स्वंय मैक्स अस्पताल जाकर घायलों का हाल चाल जाना तथा उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने बताया कि इस आपदा में अब तक चार लोगों की मृत्यु हुई है। 13 लोग घायल हुए हैं तथा 12 लोग लापता है। 5 गौशाला क्षतिग्रस्त हुई हैं तथा 78 पशु हानी हुई है।

अतिवृष्टि से हुए नुकसान की ली जानकारी

मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन के साथ ही आपदा से जुड़े अन्य उच्चाधिकारियों के साथ भी स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने पौड़ी, टिहरी एवं अल्मोड़ा आदि जनपदों के जिलाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता कर अतिवृष्टि से जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लापता लोगों को ढूढ़ने, रास्तों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के साथ ही प्रभावितों को खाद्यान्न पेयजल तथा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर वाडिया इंस्ट्यिट एवं हेस्को द्वारा भी अपनी टीम के साथ आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया।

टीम द्वारा प्रतिवर्ष आपदा से होने वाले नुकसान को रोकने के संबंध में भी अपने सुझाव मुख्यमंत्री को देगी।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि खाद्यान्न, दवाइयां, ईंधन आदि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को एक बार फिर से चेक कर लिया जाए।

संचार नेटवर्क में कोई समस्या न आए इसके लिए मोबाइल आपरेटर कंपनियों से लगातार समन्वय रखा जाए।

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