कुसुम कांता फाउंडेशन और मंथन वेलफेयर सोसाइटी ने 37 शिक्षकों को ज्ञान गंगा सम्मान से नवाजा
देहरादून।कुसुम कांता फाउंडेशन और मंथन वेलफेयर सोसाइटी ने 37 शिक्षकों को ज्ञान गंगा सम्मान से नवाजा। मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि शिक्षक ही समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने नई शिक्षा नीति की उपयोगिता बताई और कहा कि शिक्षक और छात्रों के समन्वय से भारत फिर विश्वगुरु बनेगा। विशिष्ट अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि मां ही बच्चे को वह संस्कार सिखाती है, जिससे वह सफल और अच्छे नागरिक बनते हैं।कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वह अपने छात्रों की प्रतिभा को पहचानें और उन्हें सही राह दिखाएं। सनराइज एकेडमी के छात्रों ने प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में कुसुम कांता फाउंडेशन की संस्थापक विदुषी निशंक, संरक्षक डॉ. सविता मोहन, परियोजना प्रमुख शिवानी गुप्ता और मंथन वेलफेयर सोसाइटी की सचिव पूजा पोखरियाल, मोनिका शर्मा मौजूद रहीं। संचालन अनीता चंदन ने किया।